SBI (State Bank of India) और HDFC Bank ने अपने ग्राहकों के लिए नए नियम लागू किए हैं। ये बदलाव खासतौर पर Credit Card और लोन से संबंधित हैं। जहां SBI Credit Card के नियमों में संशोधन किया गया है, वहीं HDFC Bank ने अपने लोन की ब्याज दरों (MCLR) में इजाफा किया है। आइए जानते हैं इन बदलावों का असर और उनके मुख्य बिंदु।
SBI Credit Card के नए नियम
भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक, SBI ने अपने क्रेडिट कार्ड के उपयोगकर्ताओं के लिए दो बड़े बदलाव लागू किए हैं।
1. चार्ज में वृद्धि
1 नवंबर 2024 से SBI Credit Card पर लागू कुछ चार्ज बढ़ा दिए गए हैं।
- लेन-देन शुल्क (Transaction Fee):
- हर ट्रांजैक्शन पर 99 रुपये + टैक्स का शुल्क लगाया जाएगा।
- Cash Advance Fee:
- पहले की तुलना में कैश एडवांस पर भी अधिक चार्ज लगेगा।
2. रिवॉर्ड पॉइंट्स में बदलाव
- अब कुछ विशेष श्रेणियों पर मिलने वाले Reward Points को सीमित कर दिया गया है।
- एयरलाइन टिकट बुकिंग और अन्य उच्च मूल्य वाले लेनदेन पर पहले की तुलना में कम रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे।
ग्राहकों पर असर
- बढ़े हुए चार्ज और रिवॉर्ड पॉलिसी में बदलाव से ग्राहकों को अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ सकता है।
HDFC Bank का लोन हुआ महंगा
दिवाली से पहले HDFC Bank ने अपने ग्राहकों को झटका देते हुए कार लोन और होम लोन की ब्याज दरें बढ़ा दी हैं।
1. MCLR में वृद्धि
- HDFC Bank ने अपनी MCLR (Marginal Cost of Funds Based Lending Rate) में 10-15 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की है।
- नई ब्याज दरें 1 नवंबर 2024 से लागू हो चुकी हैं।
2. होम लोन और कार लोन पर असर
- अब होम लोन और कार लोन पर ईएमआई (EMI) पहले की तुलना में अधिक हो जाएगी।
- 20 लाख के होम लोन पर 20 वर्षों के लिए, ब्याज दर बढ़ने से हर महीने की ईएमआई में ₹500-₹1000 तक का अंतर आ सकता है।
ग्राहकों के लिए चिंता
- यह वृद्धि उन ग्राहकों के लिए चिंता का विषय है, जो पहले से ही महंगाई का सामना कर रहे हैं।
त्योहारी सीजन में बदलाव का असर
त्योहारों के समय बैंकों द्वारा इस तरह के बदलावों का ग्राहकों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। जहां एक ओर ग्राहक SBI Credit Card के बढ़े चार्ज और घटे रिवॉर्ड पॉइंट्स से नाखुश हैं, वहीं दूसरी ओर HDFC Bank के बढ़े लोन रेट्स से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं।
नए नियमों से बचाव के टिप्स
SBI Credit Card उपयोगकर्ताओं के लिए सुझाव
- सोच-समझकर लेन-देन करें:
- छोटे लेन-देन के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग कम करें।
- बढ़े चार्ज से बचें:
- कैश एडवांस जैसे महंगे फीचर्स से बचें।
- रिवॉर्ड पॉलिसी को पढ़ें:
- रिवॉर्ड पॉइंट्स की नई पॉलिसी को समझकर उसका सही उपयोग करें।
HDFC Bank लोन धारकों के लिए सुझाव
- EMI को पुनर्गठित करें:
- अगर ब्याज दर ज्यादा बढ़ रही है, तो लोन को पुनर्गठित करने का विकल्प चुनें।
- प्री-पेमेंट करें:
- हो सके तो लोन का आंशिक प्री-पेमेंट करके ब्याज का बोझ कम करें।
- दूसरे बैंकों से तुलना करें:
- अन्य बैंकों की ब्याज दरों को देखकर बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनें।
निष्कर्ष
SBI और HDFC Bank के इन बदलावों का सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा। त्योहारों के इस समय में जब ग्राहक बचत और शॉपिंग पर ध्यान दे रहे हैं, ऐसे में बढ़े हुए चार्ज और ब्याज दरें चिंता का कारण बन सकती हैं।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय निर्णयों को सोच-समझकर लें और इन बदलावों के अनुसार अपनी योजनाएं बनाएं।